पाकुड़: जहां सरकार दावा करती है कि “एक भी घर कच्चा नहीं रहेगा और हर गरीब परिवार को पक्का मकान मिलेगा”, वहीं ज़मीनी हकीकत इससे उलट नजर आ रही है। पाकुड़ ज़िले के हिरणपुर प्रखंड के रामनाथपुर पहाड़ के नीचे रहने वाले दो गरीब परिवार आज भी झोपड़ियों में गुजर-बसर कर रहे हैं। इन परिवारों को अब तक अबूवा आवास योजना या प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। इनमें से एक परिवार की मुखिया सरस्वती देवी ने बताया कि बरसात के दिनों में पूरा परिवार रातभर जागकर समय काटता है। आंधी-तूफ़ान आने पर सभी लोग खटिया के नीचे छिप जाते हैं। उन्होंने कहा कि एक बार तेज़ आंधी ने उनका झोपड़ा ही उजाड़ दिया था।
प्रशासन से इंतजार, स्थानीय लोग मांग रहे तत्काल मदद
सरस्वती देवी ने आगे कहा, हम मजदूरी करके किसी तरह घर का खर्च चलाते हैं। मकान बनाने की ताकत नहीं है। सरकार की योजना का फ़ॉर्म भी जमा किया गया था, लेकिन अब तक मकान नहीं मिला।हाल ही में ज़िला प्रशासन ने सैकड़ों लाभुकों को सरकारी आवास की चाबी सौंपी और गृह प्रवेश कराया, बावजूद इसके ये परिवार योजनाओं से वंचित रह गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को ऐसे वंचित परिवारों की पहचान कर उन्हें तुरंत अबूवा आवास या प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देना चाहिए। अब सवाल यह उठता है कि सरकार और प्रशासन इन असहाय परिवारों की फरियाद कब सुनेंगे और इन्हें पक्का छत कब नसीब होगी।