मच्छरों से बचाव हेतु सुरक्षा चक्र जरुरी – उपायुक्त
पाकुड़: जिला प्रशासन, पाकुड़ ने कालाजार और मलेरिया नियंत्रण की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। उच्च प्राथमिकता वाले कालाजार प्रभावित गांवों में मच्छरदानियों के वितरण का विशेष अभियान शुरू किया है। इस पहल के तहत मच्छरदानियां केवल उन्हीं घरों में दी जाएंगी जहां इंडोर रेजिडुअल स्प्रे (IRS) पूरी तरह किया गया हो। उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि आईआरएस और मच्छरदानी वितरण की यह संयुक्त रणनीति जिले में कालाजार और मलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण में अहम भूमिका निभाएगी। स्प्रे की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जिला और प्रखंड स्तर पर सख्त निगरानी की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि IRS छिड़काव से मकानों में सैंडफ्लाई और मच्छरों की संख्या नियंत्रित होता है। जबकि मच्छरदानी रात में लगातार सुरक्षा प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए समुदाय की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है। यह सरकारी प्रयास नहीं है यह जन अभियान है। पूरा विश्वास है कि यह पहल जिले को कालाजार उन्मूलन लक्ष्य हासिल करने और लोगों के लिए एक स्वस्थ, मलेरिया मुक्त भविष्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
जिला भीवीडी पदाधिकारी डॉ अमित कुमार ने बताया कि व्यापक सूचना, शिक्षा और संचार (IEC) तथा व्यवहार परिवर्तन संचार (BCC) अभियान की शुरुआत की गई है। पिछले 10 वर्षों के सभी वीएल (कालाजार) रोगियों की सूची “गोपनीय” रूप में सभी फील्ड टीमों को दी गई है।आईआरएस, मच्छरदानी वितरण, सख्त निगरानी, आक्रामक जागरूकता अभियान और पुराने रोगियों के व्यवस्थित फॉलो-अप जैसी बहु-आयामी रणनीति से जिले के उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में कालाजार और मलेरिया की घटनाओं में भारी कमी आने की उम्मीद है।