रांची: झारखंड के राज्यसभा सांसद प्रदीप कुमार वर्मा ने बड़बिल से रांची (वाया चाईबासा) फास्ट मेमो ट्रेन के संचालन तथा मनोहरपुर रेलवे स्टेशन पर विभिन्न ट्रेनों के ठहराव को लेकर ऑपरेशनल फेजिबिलिटी जांच के निर्देश जारी किए जाने पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के प्रति आभार व्यक्त किया है। सांसद वर्मा ने कहा कि यदि इस प्रस्तावित मार्ग पर फास्ट मेमो ट्रेन का परिचालन शुरू होता है, तो इससे कोल्हान क्षेत्र, विशेषकर सिंहभूम का सारंडा इलाका तथा हो जनजाति के मूल निवास क्षेत्र की राजधानी रांची से सीधी, सुलभ और सस्ती रेल कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी। यह सुविधा लंबे समय से क्षेत्रीय लोगों की मांग रही है। उन्होंने कहा कि रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा और प्रशासनिक कार्यों के सिलसिले में रांची आने-जाने वाले लोगों को इस नई ट्रेन सेवा से भारी राहत मिलेगी। यह कदम आदिवासी बहुल क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल होगी। सांसद ने विश्वास जताया कि रेल मंत्रालय इस मांग को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र ही इस रूट पर रेल सेवाओं की शुरुआत करेगा, जिससे जनता को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। गौरतलब है कि ऑपरेशनल फेजिबिलिटी चेक रेलवे की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसके अंतर्गत यह आकलन किया जाता है कि प्रस्तावित ट्रेन सेवा या स्टेशन ठहराव वास्तव में संचालन योग्य है या नहीं। इसमें ट्रैक की उपलब्धता, यात्री संख्या की संभाव्यता, तकनीकी संसाधनों, सुरक्षा मानकों एवं संचालन की व्यावहारिकता जैसे पहलुओं की जांच की जाती है। यदि इस ट्रेन की शुरुआत होता है तो अप और डाउन लाइन में रांची, सिल्ली, मुरी, तिरुलडीह, चांडिल, कांड्रा, सीनी, राजखरसांवा, चाईबासा, झींकपानी, केंदपोशी, डांगुआपोशी, नोवामुंडी, बड़ाजामदा, बड़बिल स्टेशन में ठहराव होगा।