सरायकेला : कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय, चौड़ा में शिक्षकों की भारी कमी के कारण सैकड़ों छात्र शिक्षा के अधिकार से वंचित हो रहे हैं। विद्यालय में कक्षा 1 से 10 तक कुल 349 छात्र नामांकित हैं, लेकिन शिक्षकों की संख्या जरूरत से बहुत कम है।
कक्षा 1 से 8 तक में मात्र चार शिक्षक, स्वीकृत पद 07 है।
प्रधानाध्यापिका सविता वाला ने बताया कि कक्षा 1 से 8 तक कुल 192 छात्र नामांकित हैं, जहाँ मात्र दो सरकारी और दो पारा शिक्षक कार्यरत हैं। जबकि स्वीकृत पदों की संख्या 7 है, जिससे प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर असर पड़ रहा है।
उच्च विद्यालय में एक भी शिक्षक नहीं, शिक्षा व्यवस्था चौपट
उन्होंने यह भी बताया कि उत्क्रमित उच्च विद्यालय चौड़ा में कक्षा 9 और 10 तक में कुल 157 छात्र अध्ययनरत हैं, लेकिन विद्यालय में एक भी शिक्षक पदस्थापित या प्रतिनियुक्त नहीं किया गया है। नतीजतन, इन कक्षाओं की पढ़ाई या तो बाधित है या छात्रों को आत्मनिर्भर अध्ययन के भरोसे छोड़ दिया गया है। कुकड़ू प्रखंड के उप प्रमुख मो एकराम ने कहा कि प्रशासन को कई बार आवेदन देने के बावजूद इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हुई है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि विद्यालय में अविलंब स्थायी या वैकल्पिक (प्रतिनियुक्ति के माध्यम से) शिक्षक की नियुक्ति की जाए, ताकि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
छात्रों की भविष्य दांव, प्रशासन पर नजर
एक ओर सरकार शिक्षा को सर्वसुलभ और समावेशी बनाने की बात करती है, वहीं ज़मीनी स्तर पर शिक्षक विहीन विद्यालयों की तस्वीर इस दावे को खोखला बना रही है। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में कब और क्या कदम उठाता है। सभी की नजर शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन पर है।