सरायकेला: कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र के पारगामा पंचायत भवन की जर्जर स्थिति आखिरकार गुरुवार को सामने आ ही गई, जब दोपहर करीब डेढ़ बजे पूर्व में हुई बारिश के बीच उसकी छत अचानक भरभरा कर गिर पड़ी। छत गिरने की इस घटना से भवन के अंदर अफरा-तफरी मच गई। उस समय कई लोग पंचायत भवन के भीतर मौजूद थे, जो छत गिरने से ऐन वक़्त पहले बाहर निकलकर जान बचाने में सफल रहे। घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन यह घटना एक बड़े हादसे की चेतावनी जरूर दे गई।
छत गिरने के बाद पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक सहित अन्य पदाधिकारियों और कर्मियों के लिए कार्य करने का कोई सुरक्षित स्थान शेष नहीं रह गया है। भवन के अंदर कई कमरों में सरिया और छत की दरारें स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं। इससे अब पंचायत से जुड़े दैनिक कार्यों के संचालन पर प्रतिकूल असर पड़ना तय माना जा रहा है।
जनहित से जुड़ी सेवाएं होंगी प्रभावित
पारगामा पंचायत भवन से सैकड़ों लोगों को रोज़ाना प्रमाण पत्र, जाति-निवास, पेंशन योजना, मनरेगा, आवास योजनाएं और अन्य विकास योजनाओं से जुड़ी सेवाएं प्राप्त होती थीं। भवन के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण अब इन सभी सेवाओं का संचालन बाधित हो गया है। ग्रामीणों को अन्यत्र कार्यालय की तलाश करनी पड़ेगी, जिससे जनसाधारण को भारी असुविधा झेलनी पड़ सकती है।
बुनियादी सुविधाओं की कमी पहले से ही ग्रामीणों की समस्या
स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से इस गंभीर स्थिति को प्राथमिकता पर लेने की अपील की है। उनका कहना है कि पारगामा पंचायत क्षेत्र पहले से ही बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है। अब पंचायत भवन के क्षतिग्रस्त होने से विकास कार्यों की रफ्तार और धीमी हो जाएगी।
प्रशासन से शीघ्र नये भवन निर्माण की मांग
पंचायत प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पारगामा पंचायत के लिए तत्काल नया भवन स्वीकृत कर निर्माण कार्य शुरू कराया जाए, ताकि जनहित से जुड़ी योजनाएं बिना किसी व्यवधान के संचालित हो सकें। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते इस दिशा में कदम नहीं उठाता, तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।