साहेबगंज: झारखंड पुलिस ने साहेबगंज में मानव तस्करी के खिलाफ एक अहम कार्रवाई करते हुए बुधवार को एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। दोनों पर आरोप है कि वे नाबालिग और युवतियों को काम दिलाने के नाम पर महानगरों में भेजते थे। मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार कुशवाहा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह को गुप्त सूचना मिली थी कि नगर थाना क्षेत्र के सकरुगढ़ में किराए के मकान में रह रहे लोग तस्करी से जुड़े हैं। सूचना के आधार पर गठित छापामारी दल ने सकरुगढ़ स्थित रामकिशुन पासवान के घर पर कार्रवाई की।
बरामदगी और गिरफ्तारी
छापेमारी के दौरान पुलिस ने बोरियो थाना क्षेत्र की रहने वाली मेरी सोरेन (29 वर्ष) को गिरफ्तार किया। मौके से एक नाबालिग सहित दो बच्चियों को सकुशल रेस्क्यू किया गया। पुलिस ने महिला के पास से ₹41,070 नकद, पाँच फर्जी आधार कार्ड, चार बैंक पासबुक, तीन एंड्रॉइड मोबाइल और दो नोटबुक जब्त किए हैं। इसी दौरान महिला का सहयोगी संजय सोरेन, जो बोरियो का ही रहने वाला है, घटनास्थल से भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।
पहले भी तस्करी के आरोप
डीएसपी कुशवाहा के मुताबिक, गिरफ्तार महिला पहले भी मानव तस्करी के मामलों में पकड़ी जा चुकी है। उस पर आरोप है कि वह बच्चों और युवतियों को दिल्ली, मुंबई, पंजाब, हरियाणा और अन्य महानगरों में काम दिलाने के बहाने ले जाया करती थी।
पुलिस की सख़्त निगरानी
पुलिस का कहना है कि मानव तस्करी से जुड़े नेटवर्क पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। इस मामले में नगर थाना कांड संख्या 142/25 दर्ज की गई है और दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।छापामारी दल में नगर थाना इंस्पेक्टर अमित कुमार गुप्ता समेत कई अधिकारी और जवान शामिल थे।