सरायकेला: ईचागढ़ प्रखंड के सोड़ो पंचायत क्षेत्र के ग्राम प्रधानों ने सोमवार को उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर 18 सितंबर 2025 को प्रस्तावित बालू घाट नीलामी प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज कराई है। उनका कहना है कि विभाग द्वारा पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में लागू पेसा कानून की अनदेखी करते हुए ग्राम सभा के विरुद्ध जाकर सभी घाटों को एक साथ समूह बनाकर नीलामी की प्रक्रिया चलाई जा रही है। ग्राम प्रधानों ने सौंपे गए पत्र में बताया कि इससे पूर्व प्रखंड विकास पदाधिकारी ईचागढ़ के माध्यम से जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट(DMFT) को अनुशंसा कर ग्राम सभा की सहमति ली गई थी। उस दौरान प्रत्येक गांव में अलग-अलग बालू घाट संचालन करने की अनुशंसा की गई थी। बावजूद इसके अब सभी घाटों को एक साथ जोड़कर नीलामी करने का प्रयास ग्राम सभा और पेसा कानून का उल्लंघन है।
(रविवार को ग्राम प्रधान एवं ग्रामीणों की बैठक की फोटो)
रविवार को ग्रामीणों के साथ हुई बैठक के बाद आज सोमवार को ग्राम प्रधानों ने संयुक्त रूप से उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा और तीन दिन के भीतर नीलामी प्रक्रिया को स्थगित करने की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में सोड़ो के ग्राम प्रधान नयन सिंह मुंडा, गोविंदपुर के ग्राम प्रधान बरुन कुमार महतो, हाड़ात के ग्राम प्रधान बुधु सिंह मुंडा और बामुनडीह के ग्राम प्रधान बरुन सिंह मुंडा शामिल थे।