सिल्ली (अबधेश महतो): सावन का महीना शिवभक्तों के लिए विशेष आस्था और श्रद्धा का प्रतीक होता है। इस बार सावन का पहला सोमवार श्रद्धालुओं के लिए और भी खास बन गया, जब प्रातः काल से ही लोगों की भीड़ स्थानीय और प्रखंड स्तर के शिवालयों में उमड़ पड़ी। चारों ओर “बोल बम”, “हर-हर महादेव” और “जय शिव शंकर” के जयघोष गूंजते रहे।
बिसना बाबा पहाड़ी मंदिर बना केंद्र बिंदु
राहे प्रखंड स्थित प्रसिद्ध बिसना बाबा पहाड़ी मंदिर में सुबह 4 बजे से ही शिवभक्तों की कतारें लगनी शुरू हो गई थीं। भक्तों ने यहां स्थापित तीन शिवलिंगों पर गंगाजल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और फूल अर्पित कर जलाभिषेक किया। श्रद्धालु महिलाएं पूजा के लिए कलश और थाली सजाकर मंदिर पहुंचीं। वहीं, युवाओं और बच्चों में भी विशेष उत्साह देखा गया। बिसना बाबा मंदिर की महिमा दूर-दूर तक फैली हुई है, जिसके कारण हर साल सैकड़ों श्रद्धालु यहां आते हैं। प्रखंड के पुरानानगर महेशपुर स्थित शिव टंगरा मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर परिसर को फूलों और रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया था।
सोनाहातू के शिव मंदिरों में रही भक्ति की बयार
सोनाहातू प्रखंड के कई प्राचीन शिवालयों में भी भक्तों का तांता देखने को मिला। इनमें प्रमुख रहे नीलकंठ धाम, जामुदाग, काला महादेव मंदिर, सोनाहातू, महादेवबेड़ा, पंडाडीह, हरिन शिव मंदिर, सती घाट शिवालय इन मंदिरों में दिन भर भजन-कीर्तन, मंत्रोच्चारण और आरती होती रही। श्रद्धालुओं ने विशेष शिव पूजन कर परिवार की सुख-शांति और कल्याण की कामना की। पूरे क्षेत्र में सावन की पहली सोमवारी पर धार्मिक उत्साह, आध्यात्मिक ऊर्जा और सामाजिक समरसता का संगम देखने को मिला।