सरायकेला : कुकड़ू प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय, कुकड़ू में इन दिनों माहौल काफी गर्म है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजीव कुमार बनर्जी की प्रतिनियुक्ति बीते 10 जुलाई 2025 को चांडिल प्रखंड के मध्य विद्यालय मुसरीबेड़ा में कर दी गई है। यह खबर सामने आते ही छात्र, अभिभावक और विद्यालय प्रबंधन के बीच यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है।
विद्यालय में हुई आपात बैठक, उठे कई सवाल
सोमवार को विद्यालय परिसर में अभिभावकों, छात्रों, स्कूल प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों, शिक्षकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में एक आपात बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रधानाध्यापक की प्रतिनियुक्ति को लेकर नाराजगी जताई गई। वहीं, बैठक के दौरान शिक्षकों की कमी, विद्यालय की सुरक्षा के लिए चाहरदीवारी निर्माण, मिड डे मील की गुणवत्ता और अन्य मूलभूत समस्याओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान सभी की सहमति से यह निर्णय लिया गया कि इस मामले को लेकर जल्द ही सरायकेला जिला उपायुक्त से मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
मध्याह्न अवकाश के बाद छात्र पहुँचे प्रखंड कार्यालय
बैठक के तुरंत बाद विद्यालय में मध्याह्न अवकाश हो गया। इसी बीच बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं प्रधानाध्यापक को वापस लाने की मांग को लेकर अनुशासन के साथ तीन लाइन में कतारबद्ध होकर स्कूल से पैदल मार्च करते हुए लगभग 250 मीटर दूर स्थित कुकड़ू प्रखंड कार्यालय पहुँच गए। इस दौरान कई अभिभावक भी छात्रों के साथ मौजूद रहे।
बच्चों की भीड़ और आवाज़ सुनकर प्रखंड कार्यालय से अंचल अधिकारी सत्येंद्र नारायण पासवान स्वयं बाहर आए और छात्रों से बात की। उन्होंने बच्चों की मांगों को गंभीरता से सुना और वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी देने का भरोसा दिलाया, जिसके बाद छात्र शांतिपूर्वक स्कूल लौट गए।
क्या है प्रतिनियुक्ति के पीछे की इनसाइड स्टोरी?
सूत्रों के अनुसार, विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजीव बनर्जी और एक पारा शिक्षिका के बीच लंबे समय से आपसी विवाद चला आ रहा था। इस विवाद में शिक्षिका का परिवार भी हस्तक्षेप करता रहा है, जिससे स्कूल का माहौल कई बार तनावपूर्ण हो चुका है। बताया जा रहा है कि मामले में कई बार दोनों पक्ष थाना तक पहुंच चुके थे। लेकिन हर बार समझौते के बाद मामला शांत हो गया। इस बार हालात से तंग आकर स्वयं प्रधानाध्यापक संजीव कुमार बनर्जी ने वरीय अधिकारियों को लिखित जानकारी देकर स्वेच्छा से स्थानांतरण का अनुरोध किया, जिसे स्वीकार करते हुए उन्हें चांडिल प्रखंड के मध्य विद्यालय मुसरीबेड़ा में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है।
शिक्षकों की भारी कमी, खतरे में बच्चों की सुरक्षा
वर्तमान में उत्क्रमित मध्य विद्यालय, कुकड़ू में कक्षा 1 से 8 तक की पढ़ाई होती है। कुल 334 छात्र नामांकित हैं। शिक्षकों की स्थिति यह है कि अब विद्यालय में मात्र दो सरकारी शिक्षक और दो पारा शिक्षक ही शेष हैं। ऐसे में चार शिक्षकों पर 334 छात्रों की ज़िम्मेदारी एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है। वहीं विद्यालय परिसर के चारों ओर चाहरदीवारी नहीं है और सामने ही मुख्य सड़क गुजरती है। इस वजह से छात्रों की सुरक्षा पर भी खतरा बना रहता है।
अब नज़रें प्रशासन पर
संजीव बनर्जी जैसे अनुशासित और संवेदनशील शिक्षक की प्रतिनियुक्ति को लेकर उठी मांग ने पूरे इलाके में बहस छेड़ दी है। हाल ही में उनका विदाई का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है, जिसमें उनके विदाई पर स्कूली बच्चें रोते हुए दिख रहें हैं। हालांकि अब देखना यह होगा कि शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन इस मामले को किस दिशा में ले जाता है और विद्यालय की व्यवस्था को कैसे सुधारता है।