सिल्ली (अबधेश महतो): लगातार हो रही बारिश के बीच हाथियों के झुंड ने एक बार फिर सोनाहातू प्रखंड के पूर्वी इलाकों में दस्तक दी है। खेतों में मुश्किल से तैयार हो रहे धान के बिचड़े और सब्जियों की फसल को हाथियों ने रौंद कर बर्बाद कर दिया है, जिससे किसानों में आक्रोश और निराशा दोनों है। शुक्रवार की रात पंडाडीह गांव में चामरु तांती के एक एकड़ में लगे लौकी की फसल को हाथियों ने पूरी तरह नष्ट कर दिया। किसान सिर्फ एक बार ही अपनी लौकी को बाजार तक पहुंचा पाए थे। अब पूरा खेत उजड़ चुका है। इसके अलावा तिलाईपिड़ी और आसपास के गांवों में भी तबाही मची है। किसानों- सुबोध पुरान, भुवनेश्वर मांझी, पुष्कर पुरान, गौतम लोहरा, दीपक पुरान, सुभाष मांझी, उपेन्द्र मांझी, धीरज पुरान, वीरेंद्र कुम्हार, कृष्णा प्रमाणिक, अजीत प्रमाणिक, रुसु तांती, परिक्षित मांझी, रंजीत मांझी, कविराज पुरान, देवीलाल पुरान समेत दर्जनों लोगों के खेत बर्बाद हो गए हैं।
वहीं नागेश्वर महतो, भगीरथ महतो, भीमसेन महतो, राजकिशोर महतो, भुवनेश्वर महतो, सुदेश महतो, चामू महतो सहित कई किसानों की 12 एकड़ से अधिक जमीन पर लगी धान की फसल रौंदी गई है।किसानों का कहना है कि बारिश के बीच पहले ही फसल तैयार करना मुश्किल हो रहा है, ऊपर से हाथियों के झुंड ने उनकी मेहनत को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। इधर, कांग्रेस नेता एवं उप प्रमुख प्रतिनिधि निशिकांत गोंझू ने वन विभाग के अधिकारियों से मांग की है कि क्षेत्र में लगभग 15 हाथियों का झुंड सक्रिय है, जिन्हें सुरक्षित रूप से हटाकर दूसरे वन क्षेत्र में भेजा जाए। साथ ही, किसानों को शीघ्र क्षतिपूर्ति की राशि उपलब्ध कराई जाए। ग्रामीणों ने वन विभाग से तत्काल जांच कर उचित मुआवजे और सुरक्षा उपायों की मांग की है।